Wednesday 21 September 2016

जम्बूद्वीप

तेरे हर सवाल जायज़ है इस जम्बूद्वीप में,
बस !
उनमें से कोई बुनियादी जरूरत से जुड़ा सवाल न हो ।
तुम शिक्षा पर मत बोलना,
तुम रोटी पर मत बोलना,
तुम बेरोजगारी पर मत बोलना,
तुम भ्रष्टाचार पर मत बोलना,
बेमौत मरते मजदूर-किसानों पर मत बोलना,
तुम शोषण पर मत बोलना,

लेकिन
तुम बोलो,
जोर से बोलो, गला फाड़ कर बोलो,
मंदिर - मस्जिद पर बोलो,
अमीरों के विकास पर बोलो,
जातिगत राजनीति पर बोलो,
धर्म पर बोलो,
देश पर बोलो,

पर,
ध्यान रखना,
उन सवालों से किसी अमीर का हक़ न मरे,
उनके कोई नुकसान न हो,
किसी धर्म पर आँच न आये,
किसी लुटेरे की जाँच न हो

इसलिये,
संविधान तुम्हें आज़ादी देता है
बोलने की,
करने की, रहने-खाने की,
तब तक,जब तक कि किसी पूँजीपति को कोई नुकसान न हो,




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