Thursday 21 July 2016

Good Morning Call

7th सेमेस्टर की बात है, 25 जुलाई से अन्ना आंदोलन था, अजमेर में क्रमिक अनसन चल रहा था, तो 27 जुलाई को मैंने भी अनसन पर बैठने ऐलान कर दिया । सभी लोगों को लगा मजाक कर रहा हूँ, पर अनसन किया, सफल । मेरे एक fb मित्र थे, वो इससे काफी अट्रैक्ट हुये और उन्होंने अपने घर पर बताया तो उनकी बीवी ने कहा कि बहुत अच्छा लड़का है, जो इतनी कम उम्र में ये सब कर रहा है, ये सब हमें करना था पर इन लड़कों को करना पड़ रहा है । अगले दिन से मेरी हर पोस्ट उनके खाने की टेबल एक नई डिश की तरह होती, और उसे खूब चाव से खाया जाता और अंत ढेर सारी तारीफें । मुझे पता है कि मै अच्छा लेखक नहीं हूँ पर उस फॅमिली को पसंद था, पता नहीं क्यों ? ये सब चल रहा था तभी एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई, खैर एक्सेप्ट तो करनी ही थी, क्योंकि जवान लड़के को जवान लड़की फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे और वो एक्सेप्ट न हो ये उतना ही नामुमकिन है जितना कि हंगने के बाद न धोना ।

हाँ, तो फिर चैट शुरू हुई और नाम पता पूछा गया, अपना थोड़ा भाव खाना बनता था क्योंकि रिक्वेस्ट भी लड़की ने भेजी, और हेल्लो भी ।
मैं, सोनी, जोधपुर से, ग्रेजुएशन कर रही हूँ jnvu से, फाइनल ईयर
Good
आप भी अपने बारे में बताइये
पूछिये
कहाँ से हो और क्या करते हो ?
जो जानना है वो सब प्रोफाइल में लिखा है, सबकुछ एक दम सही है, तुम्हारे आधे से ज्यादा जवाब वहीं मिल जायेंगे
ok, देखती हूँ

सो उसको बोल दिया कि जो जानना है वो प्रोफाइल में लिखा है, एक बार ढंग से पढलो, यहाँ लिखने में हम जरा आलसी है । फिर अपने बारे में और ऊपर की कहानी के बारे में खुद ही बता दिया । इससे हममें थोड़ा और घमंड आया, और आना जरूरी भी था क्योंकि जिस लड़के से आज तक किसी लड़की ने hi, hello नहीं किया और उसको कोई इतनी इज्जत दे दे तो घमंडी होना लाजिमी है । फिर हमने आगे बात बढ़ानी शुरू की, उधर से शुरू से ही लव वाला लोचा था पर इधर से ये था कि ये जो अपनी इमेज है न सोशल वर्कर वाली, उसको बचाकर रखना है । पहली बार तो कोई बात कर रही है, कहीं हम उसके आशिक़ी के चक्कर में बदनाम न हो जाये इसलिये इधर आशिक़ी तो बिल्कुल नहीं । पर मैडम का तो प्लान ही आशिक़ी का था, वो सिग्नल देती और हम उसको इग्नोर कर देते ।
कई बार पूछती gf है
तो बोलते क्रांतिकारीयों की दुल्हन आज़ादी है ( तब अजय देवगन वाली भगतसिंह देखे थे न, इसलिये उसको भी डायलॉग चिपका दिया, नीचे फोटो में लग भी रहे है, ये तभी का है )

लेकिन मन में तो यही था कि बेटा बोल दे नहीं है, gf छोड़ो, जिस लड़के से कभी किसी लड़की ने भैया बोलकर बात नहीं की, उसके लिये तो इतना पूछना ही कारगिल जीतने जैसा था । ऊपर से हमारी शक्ल ही ऐसी है, जिस बंदे को उसकी माँ ने कभी हैंडसम नहीं कहा उसे कोई लड़की ये सब कह दे तो सच में उस पर शक होता है ।

और ये शक दिनों दिन बढ़ रहा था कि ये लड़की नहीं, लड़का है जिसने फेक id बना रखी है लड़की के नाम से । क्योंकि हमारे एक मित्र इसमें फँस चुके थे इसलिये सावधानी बेहद जरूरी थी । कई दिनों बाद उसने फोन नम्बर माँग लिया, तो जो नम्बर बंद था वो दे दिया । लड़की भी तेज निकली नम्बर मिलते ही फोन घुमा दिया पर फोन तो स्विच ऑफ बताये । हमें तो ये सब पता था इसलिये झट से ऑफलाइन हो गये । अगली सुबह देखा कि 20 से ऊपर msg, और सब में हम गरियाये हुये सही नम्बर माँग रही । अब शक तो दूर हो गया पर नई परेशानी आ गयी कि बात कैसे करें । क्योंकि एक पे ढाई साल पहले दिल आया था उसको बोला नहीं, और बाकि कभी किसी लड़की से आज तक बात ही नहीं की हुई थी, लगा बेटा इस मामले से दूर ही रहो, कोई फायदा नहीं । हमने भी बहाना बना दिया कि कल फोन पानी में गिर गया था, इसलिये रिपेयरिंग को दिया है, 1 या 2 दिन में आ जायेगा । उसने बोला कोई नहीं और बला टल गई पर सिर्फ 2 दिन के लिये, फिर वही msg कि अभी भी ऑफ आ रहा है,
और हमारा वही जवाब कि अभी रिपेयर हुआ नहीं है,
अभी जिसके मोबाइल से fb चला रहे हो वो ही दे दो, कोई जरूरी काम है बोर्ड ऑफिस में ।
( अब हम फँस गये थे लेकिन बहाने बनाने में तो एक्सपर्ट थे ही, बोल दिया कि )
डेटा कार्ड से लैप्पी में चला रहे है, यहीं बता दो जो काम है वो ।
तो नया ले लो, बिना फोन कैसे रहते हो ?
मै तेरी तरह अमीरजादा नहीं हूँ, समझी
ठीक है, गुस्सा क्यों हो रहे हो, जब रिपेयर हो जाये तो कॉल करना । ये मेरे नम्बर है !@$#^&*#@&*

हमने भी कई मित्रों से 2 दिन की गहन मंत्रणा के बाद स्क्रिप्ट तैयार करके फोन मिला दिया, और उधर से प्यारी सी आवाज आई हैल्लो, हो गया मोबाइल सही ? या दूसरा लिया है ?

हमारा सर चकरा गया, पूरी स्क्रिप्ट फैल, कोई डायलॉग काम नहीं आया, 2 दिन की मेहनत बेकार । ऊपर से  ससुरा आज तक किसी लड़की की आवाज नहीं सुनी, सिवाय कस्टमर केयर वाली लड़कियों के और ये सुनी तो इतनी प्यारी, समझ ही नही आ रहा कि क्या बोलें, फोन काट दिया मिनट भर में ही । कुछ सोचते इतने में ही बैक कॉल आ गया, उठाये तो पूछा काटा क्यों ?
बोल दिये टच पैड अपने आप चल गया । शायद स्क्रीन ढंग से काम नहीं कर रही है
उसको बोलो सही करे
ठीक है वापस दे आता हूँ
अरे नहीं, कल दे आना, अभी बात करो न
ठीक है

उसने बात करनी शुरू की और हमने जवाब देने, इतने सवाल कि अब याद नहीं है लेकिन हमारे जवाब फिक्स थे जैसे हाँ, हूँ, हम्म्म, हा हा हा, हाँ जी, नहीं जी । 5 मिनट बाद जरूरी काम बोल कर फोन काट दिया हमने । 3 - 4 दिन यूँ ही ये सब चलता रहा, वो सवाल करती और हम  2 शब्द में जवाब देते, फिर थोड़ा खुल गये और बराबर बातें शुरू । वो घर पर पूरे दिन अकेली रहती क्योंकि माँ-बाप दोनों कमाने चले जाते थे तो मोहतरमा को पकाने के लिये हम ही मिलते, अमीरजादी थी तो मै कॉल हर बार वही करती थी, कहती तुम अभी स्टूडेंट हो, कमाने लग जाओ तो तुम्हें ही करना है जिंदगीभर पर अभी मेरे मम्मी - पापा दोनों कमाते हैं, और खर्च करने वाली मै अकेली । इसलिये हमने इसी में भलाई समझी और ये हमारी आर्थिक स्थिति के लिये भी अच्छा निर्णय था, एक दम रघुराम राजन वरगा ।
अब बातें होते होते एक दिन I Love You तक बात पहुँची और हमने भी थोड़े नखरे करने के बाद हाँ बोल दिया । अब बातें दोस्ती से हटकर रोमांस की होने लगी, अजीब सा लगता था पर अच्छा लगता था । फिर दिन में कई घण्टों चलता था फोन और फिर सुबह 5 बजे उसका गुड मॉर्निंग कॉल और देर रात तक गुड नाईट कॉल आता था जो हमें कतई अच्छा नहीं लगता था, क्योंकि रात को हम दोस्तों के साथ फिल्म देखते और सुबह लेट उठते पर उसने रूटीन बिगाड़ दिया फिर भी एडजस्ट कर लेते थे, क्योंकि ये सब पहली बार हो रहा था न, इसलिये अच्छा भी लगता था । दिन में बार बार खाना खाने का पूछना, इतनी केयरिंग थी
कि मम्मी की याद आ जाती थी, और कभी कुछ गलती करते तो डाँटती तब पापा की । और सच में कभी कभी तो सोचता था कि साला, सपना तो नहीं देख रहे न ।

तब व्हाट्स एप्प नया नया आया ही था, तो कॉलिंग के बाद बाकि बचा टाइम WA पर बर्बाद करना होता था । वहाँ भी उसने बोला डेली एक फोटो तुम भेजोगे और एक मै, रिपीट हुई तो पेनल्टी में 2 फोटो भेजनी पड़ेगी । जब वो फोटो भेजने को कहती तो उसकी हालत वैसी ही थी जैसे श्रीदेवी की बोनी कपूर को लेकर थी यानि "दिल आये गधी पर तो परी क्या चीज"

रोमांस में नॉन-वेज बातें भी होती है, और आपस में ऐसी फोटो भी शेयर होती है पर वो यहाँ शेयर नहीं करूँगा, जैसे तुम सब अपनी gf/bf के साथ करते हो वैसे ही हमारी थी, इसलिये आगे की कहानी पर ध्यान दो, वो चीज नहीं मिलेगी यहाँ । पारिवारिक ब्लॉग है न, इसलिये ।
फिर कुछ महीनों बाद प्यार फीका पड़ने लगा , धीरे धीरे बातें कम होने लगी । और सबसे बुरा तो वो वो गुड मॉर्निंग कॉल लगने लगा । 2 बजे तक सोते थे, और ये 5 बजे उठा देती, स्लिम उसको रहना, जिम उसको करना पर नींद मेरी खराब करना । कुछ दिन बाद इस गुड मॉर्निंग कॉल को लेकर लड़ाई हो गयी, क्योंकि एक दिन दोस्त आये हुये थे और कत्ल की रात थी, कत्ल की रात मतलब पूरी रात मौज मस्ती और सुबह 3 - 4 बजे सोना, और 5 बजे उसने कॉल कर दिया, उसने बोला गुड मॉर्निंग
हम्म्म, गुड मॉर्निंग
अब उठ भी जाओ
सोने दो यार, अभी 4 बजे तो सोया हूँ
क्यों ? क्या कर रहे थे ?
दोस्त आये हुये थे, बताया था न
ठीक है, पर 4 बजे तक क्या कर रहे थे ?
बताया न कत्ल की रात थी
फिर सोने की जरूरत ही क्या थी ?
तो क्या करता अकेले बैठ के
मुझे जगा देते, गुड मॉर्निंग कॉल कर लेते
मैंने सोचा, अभी 4 बजे है, तेरी नींद क्यों खराब करूँ, नींद जब पूरी न हो तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता
नहीं, ऐसा कुछ नहीं है
ठीक है तुम्हारे लिये नहीं होगा पर मेरे लिये है, अब सोने दो
अरे, सो जाना तो । दोस्तों के साथ तो पूरी रात बिता सकते हो पर मेरे लिये 5 मिनट भी नहीं है
5 मिनट ? दिन में 2 घण्टे बात ही तो करते है, मैं तो उसमें भी पक जाता हूँ, कहाँ से लाऊँ इतनी बातें, अब सोने दो यार
पक जाते हो ? मै अब तुम्हें पकाऊ लगती हूँ
अरे वो मतलब नहीं था, आई मीन बेमतलब हाँ, हूँ करने में क्या फायदा, काम की बात 5 मिनट की होती है
नहीं, ऐसा क्यों नहीं कहते कि अब मुझसे तुम्हारा मन भर गया है
अरे, कुछ भी
कुछ भी नहीं, यही बात है
नहीं, ऐसा कुछ नहीं है
ऐसा ही है, कोई और मिल गयी होगी
नहीं, तुम बात को बतंगड़ बना रही हो
मै बना रही हूँ
हाँ, तुम
अच्छा अब मेरी बातें बतंगड़ लगने लग गयी
नहीं, यार
साफ साफ बोलो न कि अब मुझमें इंटरेस्ट नही हो तुम
क्या बोल रही हो तुम ये सुबह सुबह
नहीं, कई दिन से देख रही हूँ तुम्हें, तुम मुझे इग्नोर कर रहे हो
अरे, मिड टर्म्स थे, पढ़ना भी तो जरूरी था
पिछली बार थे, तब तो करते थे
करता था तभी मार्क्स कम मिले
नहीं, कोई और वजह है
मेरी माँ, और कोई नहीं है
नहीं, तुम्हारी लाइफ में कोई और है
नहीं है यार
है
मुझे लगता है अब फोन रखना चाहिये, बात बढ़ रही है इसलिये दिन में ठंडे दिमाग से बात करेंगे
दिन में क्या, अभी करेंगे .....
( कह के फोन काट दिया लेकिन बैक कॉल आ गया )
हाँ, बोलो
आज और अभी फाइनल बात करनी है
करो फिर, क्या फाइनल बात करनी है
यही कि तुम्हारी जिंदगी में और कौन है ?
कोई नहीं है, तुम बेवजह शक कर रही हो
तुम बताओ न
क्या बताऊँ
कि कौन है
कोई नहीं है
नहीं, कोई तो है
बोला न कोई नहीं है
ठीक है मत बताओ, मै पता लगाकर रहूँगी
हाँ लगा लो, cbi, fbi, isi जिसके पता लगवाना है लगवा लो
तुम्हारे fb पासवर्ड बताओ
क्यों ?
मुझे तुम्हारी चैट चेक करनी है
नहीं बता रहा
क्यों ? पोल खुलने से डर गये
जैसा मन करे वैसा समझो
पिछली बार तो चुप चाप दे दिये थे
हाँ, क्योंकि तब तुम्हें शक नहीं था
नहीं तब तुम सही थे पर अब मुझसे चोरी कर रहे हो
कैसी चोरी ?
तुम्हारी लाइफ में कोई और है
कितनी बार बोल दिया कि कोई नहीं है, तुम्हें समझ नहीं आता क्या ?
मुझे अच्छे से समझ आता है, इसीलिये माँग रही हूँ
नहीं, अब तो मै किसी भी हालत में नहीं बताऊँगा, जब तुम्हारा शक खत्म हो जाये तब माँग लेना पासवर्ड
मुझे शक नहीं यकीन है
तो करो, मेरा पीछा छोड़ो
नहीं, पहले तुम सच्चाई बताओ
सच्चाई ये है कि तुम्हें झूठा वहम है, और वहम का कोई इलाज नहीं होता, इसलिये कुछ दिन कहीं बाहर घूम आओ फिर बात करेंगे तब तक ....
तब तक तुम कहीं और ऐश करलो, यही न
नहीं, तब तक मै भी थोड़ा फ्रेश हो लूँ
हाँ, अब उसके साथ ही होना है तुम्हें फ्रेश, करो ऐश करो, पहले मै अब वो और बाद में कोई और
अब तुम ज्यादा बोल रही हो, पहली बात तो मैंने तुम्हारे साथ कुछ किया नहीं है जो बोलो ऐश की, समझी
तुम तो कर लेते पर मैंने ही नहीं करने दी
तुम तो तैयार थी, मै ही बेवकूफ था, कुछ हो जाता तो तुम ये पकर पकर नहीं करती आज, बड़ी आई
अच्छा, तुम्हारी सोच इतनी गीरी हुई है, तुम तो उसी के लिये थे रिलेशन में
क्या उलूल जुलूल बक रही हो
सही बोल रही हूँ, सब लड़कों को यही चाहिये कि सेक्स करो और दूसरी पकड़ लो
तुम्हारा दिमाग तो ठिकाने है न
खूब जानती हूँ तुम जैसों को
जानती तो ये सब नहीं कहती
खिलौना समझते हो लड़कियों को तुम लड़के
घण्टा, आज तक इज्जत से बात की है, फालतू इल्जाम मत लगाओ
फालतू ही लगेंगे, सच बहुत कड़वा होता है, आइंदा फोन मत करना
नहीं करूँगा, शुरुआत तुमने की थी, मैंने नहीं
मत मारी गई थी मेरी, जो पापा की बातों में आ गयी, बाय

और उस दिन बाद मैंने 3-4 बार कॉल किया तो हर बार काट दिया, उसने भी एक बार किया था लेकिन तब एग्जाम्स थे तो मैंने बाद में करता हूँ कह के रख दिया, और फिर जब एग्जाम्स निबटे तब तक उसने नम्बर ही बदल लिये, और हमने भी कभी फिर इस और ध्यान नहीं दिया ।एक दिन उसकी फोटो देखी तो उसने अपने बेटे और hubby के साथ फोटो डाल रखी थी, एकदम परफेक्ट जोड़ी लग रही थी , Wish You Happy Married Life


डॉ कलाम को श्रद्धांजलि

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam ) का जन्म 15 October 1931 को तमिलनाडु के Rameswaram में हुआ । इन्होंने 1960 ...