Tuesday 15 December 2015

CBI या सरकारी तोता

आज सुबह - सुबह ही खबर मिली कि सीबीआई ने दिल्ली CMO ऑफिस को सील कर दिया, पहले तो सोचा अफवाह होगी फिर किसी मित्र ने फोन करके पूछा तो सोचा कोई सरकारी एजेंसी CMO को सील थोड़ी न कर सकती है । लगा AAP का कोई पब्लिक स्टंट होगा । पर दिल्ली के साथियों से फोन किया तो पता चला सच में CMO को सील कर दिया गया है । सीबीआई ने रेड डाली है । शायद भारतीय राजनीती का ये अनुपम उदाहरण होगा कि मुख्यमंत्री ऑफिस को सील कर दिया गया है और शायद अंतिम भी । पर ये जनता द्वारा चुनी हुई एक सरकार के कार्यक्षेत्र में सीधा हस्तक्षेप था, ऐसा शायद आपातकाल में भी नहीं हुआ था पर अब हुआ यानि कि अघोषित आपातकाल ।

जब CM केजरीवाल ने विरोध दर्ज कराया तो बोला गया कि ये केजरीवाल के खिलाफ नहीं है, उनके अधिकारी राजेन्द्र कुमार के खिलाफ है ।
साथ ही बताया गया कि ये कार्यवाही 2007 के एक केस को लेकर है जिसमें राजेन्द्र कुमार ने एक कंपनी को शिक्षा, IT और VAT विभाग में रहते हुये अनुचित फायदा पहुँचाया था ।
तो क्या सीबीआई को केजरीवाल के ऑफिस में रेड डालनी चाहिये थी कि उन विभागों में जहाँ पुराना रिकॉर्ड रहता है । वैसे भी CM ऑफिस में कोई फ़ाइल 15 दिन से ज्यादा नहीं ठहरती है । सीबीआई को रेड डालनी थी आईटी, वैट और शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड रूम में, उस समय के मंत्रियों के घर पर और उस कंपनी पर जिसको फायदा पहुँचाने का आरोप है ।

इस पुरे मामले पर जब  पूर्व CBI अधिकारी NK सिंह से राय माँगी गयी तो उनहोंने कहा " किसी भी अधिकारी पर कार्यवाही करने से पहले उसके सीनियर को भरोसे में लेने का CBI में नियम है !"

Ex jt. director CBI ने भी ट्वीट किया कि "This has been a norm in CBI that whenever a secretary or similar ranked officer is raided, CM is taken into confidence"



हालाँकि केजरीवाल ने कारवाई करने के तरीके पर चाहे जितने सवाल उठाये हो पर कारवाई को बीच में किसी भी तरह से बाधित नहीं किया । केजरीवाल ने इस बीच शाम को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें सीबीआई की दलीलों को झूठा करार देते हुये उन्होंने केंद्र सरकार पर निम्न आरोप लगाये -

-ये कह रहे हैं कि मेरे शब्द खराब हैं. मैं तो हिसार के पास गांव से हूं. मेरे शब्द खराब हो सकते हैं. आपके तो कर्म फूटे हैं.
-सीबीआई और टूटपुंजियों से दूसरे लोग डर जाएंगे, अरविंद केजरीवाल नहीं डरने वाला.
-मैं मोदीजी से कहना चाहता हूं कि जब तक सांस है मैं देश की सेवा करूंगा.
-अगर ये राजेंद्र कुमार के दफ्तर ठेकेदारी में भ्रष्टाचार उजागर करने आए तो वो जानते होंगे कि ठेके एक आदमी नहीं देता.
-ठेके की फाइल पर मंत्री भी साइन करता है तो उनके ठिकानों पर क्यों नहीं रेड मारी.
-जो भी शीला सरकार में मंत्री थे उनके घर और दफ्तर पर रेड क्यों नहीं मारी गई?
-अगर 2007-14 तक के मामलों की जांच कर रहे थे तो मुख्यमंत्री के दफ्तर में कौन सी फाइल ढूंढ़ रहे थे.
-वैट डिपार्टमेंट पर भी रेड नहीं मारी. जिन ठेकों की बात कर रहे हैं, उनपर छापे नहीं मारे गए. मुख्यमंत्री के दफ्तर में रेड मारी गई.
-मेरे प्रिंसिपल सेक्रेटरी के कुछ पुराने मामलों के बारे में कहा जा रहा है कि शिक्षा सचिव रहने के दौरान अगर गलत ठेके दिए तो आज सीबीआई को शिक्षा विभाग के दफ्तर पर भी छापे मारने चाहिए.

सीबीआई जांच पर सवाल उठाते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आरोप लगाया कि  'सीबीआई आज मेरे दफ्तर में कौन सी फाइलें ढूंढ रही है, मैं आपको बताता हूं. ये कोई भ्रष्टाचार की फाइल नहीं ढूंढ़ रहे. ये जो फाइलें ढूंढ़ रहे हैं वो DDCA की हैं. वो अरुण जेटली को बचाना चाहते हैं. जेटली कई वर्षों से DDCA के चेयरमैन हैं. हमने DDCA में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच बिठाई. अभी मेरे पास जांच की रिपोर्ट आई है. ये वही ढूंढ़ रहे हैं.'

अब आगे क्या होगा वो तो बाद में पता चलेगा पर हाल फिलहाल केजरीवाल ने राजनैतिक बढ़त ले ली है। इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर कभी चटखारे लिये गये जिनमें कुछ चुनिंदा यहाँ हैं -

Prajapati Mithun लिखते हैं -

पिछले PM को इन्होंने गूंगा ,बहरा, रोबोट,मौनमोहन पता नहीं क्या क्या उपाधियों से नवाज़ा था।
केजरीवाल को ही AK47 ,भगोड़ा,बीमारू,मफलर मैन और भी नामों से नवाजा।
आज सिर्फ कायर और मनोरोगी सिर्फ दो ही शब्द से असहिष्णु हो गए..?

Aam Aadmi लिखते हैं -

भाई केजरीवाल, आज तूने जो मोदी को जवाब दिया है उससे इतना तो पक्का हो गया कि असली आम आदमी का नेता तू ही है ।

Ramesh Raliya लिखते हैं -

Despite Indian constitution, सीबीआई स्वंतत्र संस्था हैं, पिछली बार (before 2014) कांग्रेस के नेताओ से सुना था, अभी बीजेपी के नेताओ से पता चल रहा है।

ख़बरबाज़ी (@khabarbaazi) लिखते हैं -

सच ये भी है जितनी तत्परता पुलिस और CBI 'आप' से जुड़े लोगो को लेकर दिखाती है, अगर सभी मामलों में दिखाए,तो भारत अपराधशू्न्य देश हो जाए।

Shirish Kunder (@ShirishKunder) लिखते हैं -

At 0:57, Venkaiah Naidu can't resist laughing at his own joke when he says, "We don't monitor CBI"

SANJAY HEGDE (@sanjayuvacha)  लिखते हैं -

If the UPA made the CBI a caged parrot, NDA has made it a pet Rottweiler to be selectively unleashed.

बकौल पत्रकार Ajit Anjum (@ajitanjum) -

CBI doesn’t take orders from govt: BJP - Dec2015 Govt using CBI as a 'private militia': BJP - Nov 2013 वक्त बदला,राय बदली



No comments:

Post a Comment

डॉ कलाम को श्रद्धांजलि

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam ) का जन्म 15 October 1931 को तमिलनाडु के Rameswaram में हुआ । इन्होंने 1960 ...