देश में समस्या इतनी ज्यादा इसलिए है क्युकि अच्छे लोग चुप है,, और भ्रष्ट लोगो को न जनता का डर है न किसी कानून का,,
जब तक ऐसे भ्रष्ट लोग संसद में है तब तक कड़े कानून बन नहीं सकते,, आज संसद में 163 सांसद दागी है,, इनसे क्या उम्मीद कर सकते है???
आज पार्टियों के अंदर खुद लोकतंत्र नहीं है,, देश का तंत्र केसे ठीक करेगी,, कुछ चीजे हो जाये तो स्थिति बहुत कुछ सुधर सकती है,,
1. पार्टी फंड के नाम पर मिलने वाले चंदे को ऑनलाइन किया जाये,
2. मजबूत लोकपाल/लोकायुक्त बिल
3. CBI सरकारी तंत्र से मुक्त हो,,
4. त्वरित न्याय व्यवस्था/न्यापालिका से जुड़ा बिल
5. राईट टू रिजेक्ट बिल / राईट टू रीकाल बिल
6. कड़े चुनाव सुधार बिल (किसी दागी को टिकट ही न मिल सके)
7. अनिवार्य मतदान/ ऑनलाइन वोटिंग
इन सुधारों के लिए हमें लड़ना पड़ेगा, सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो वहाँ जायेगे,, संसद/सांसदों का घेराव करना पड़ा तो वो करेगे,, रोड पर उतरकर अपना हक मांगेगे.. हमें ये कानून चाहिए
और हमे मालुम है की कोई भी पार्टी हमारी ये जरूरत पूरी नही करेगी..इसीलिए मैं अरविन्द भाई के राजनतिक विकल्प का समर्थन करता हूँ
.
और आप ?????
जब तक ऐसे भ्रष्ट लोग संसद में है तब तक कड़े कानून बन नहीं सकते,, आज संसद में 163 सांसद दागी है,, इनसे क्या उम्मीद कर सकते है???
आज पार्टियों के अंदर खुद लोकतंत्र नहीं है,, देश का तंत्र केसे ठीक करेगी,, कुछ चीजे हो जाये तो स्थिति बहुत कुछ सुधर सकती है,,
1. पार्टी फंड के नाम पर मिलने वाले चंदे को ऑनलाइन किया जाये,
2. मजबूत लोकपाल/लोकायुक्त बिल
3. CBI सरकारी तंत्र से मुक्त हो,,
4. त्वरित न्याय व्यवस्था/न्यापालिका से जुड़ा बिल
5. राईट टू रिजेक्ट बिल / राईट टू रीकाल बिल
6. कड़े चुनाव सुधार बिल (किसी दागी को टिकट ही न मिल सके)
7. अनिवार्य मतदान/ ऑनलाइन वोटिंग
इन सुधारों के लिए हमें लड़ना पड़ेगा, सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो वहाँ जायेगे,, संसद/सांसदों का घेराव करना पड़ा तो वो करेगे,, रोड पर उतरकर अपना हक मांगेगे.. हमें ये कानून चाहिए
और हमे मालुम है की कोई भी पार्टी हमारी ये जरूरत पूरी नही करेगी..इसीलिए मैं अरविन्द भाई के राजनतिक विकल्प का समर्थन करता हूँ
.
और आप ?????
No comments:
Post a Comment