फतेहपुर शेखावाटी शहर, जहाँ के हम वाशिंदे हैं । इसको दुनिया की ओपन आर्ट गैलरी भी बोला जाता है क्योंकि यहाँ हवेलियों पर चित्रकारी की हुई है, जिसको हम शहर में कहीं भी घूमते हुये देख सकते हैं ।
चित्रकारी भी इतनी सलीके से की गयी है कि आपका मन इसे बार-बार देखने का करेगा । Nadine Le Prince Cultural Center नामक हवेली, जो पहले देवड़ा हवेली के नाम से जाना जाता था, को फ्रांस की एक कलाकार Nadine Le ने सन् 1998 में खरीदा और इस कलाकारी को फिर से जीवंत कर दिया ।
Photo : Nadine Le Prince Cultural Center
इसके अलावा यहाँ देखने योग्य अन्य कई हवेलियाँ भी हैं जिनमें केड़िया हवेली, सराफ हवेली, सिंघानिया हवेली और द्वारकाधीश मंदिर प्रमुख है ।
यहाँ के नवाबों ने शहर के बीच में एक बावड़ी भी बनवाई थी जो कि दुनिया के 17वें अजूबे के तौर पर गीनी जाती है पर आजकल शहर वासियों ने इसको कूड़ादान बना डाला है । इसे कूड़े कूड़ाघर बनाने में क्षेत्रीय नेताओं का भी बराबर का योगदान रहा है, जिनसे जितनी बार इसकी सफाई की पहल की उन्होंने उतनी ही इसकी बेदखली की ।
फतेहपुर के बारे में और अधिक जानने के लिये ये वीडियो भी देख सकते हैं - फतेहपुर का इतिहास
फतेहपुर के शासकों ने लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाने के लिये जगह जगह बावड़ियां बनवाई, ये बावड़ियां आप शहर के आस पास के गाँवों और सड़क किनारे देख सकते हैं ।
अगर आपको कभी फतेहपुर आना हो तो होली से 10 दिन पहले आयें और होली तक रहे । इस दौरान आपको वहाँ की संस्कृति की हर झलक देखने को मिलेगी जैसे कि गींदड़ नृत्य, ग़ैर नृत्य, चंग - ढ़ोल बजाना और चित्रों से रंगी हवेलियाँ तो खैर है ही । और इस दौरान मौसम भी बहुत खुशनुमा रहता है, रात को हल्की सी ठंड और दिन में हल्की सी गर्मी । गर्मियों में यहाँ तापमान 45℃ और सर्दियों में 0℃ रहता है ।
फतेहपुर आप बस और रेल दोनों से पहुंच सकते हैं । यहाँ टेम्पो बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं, जिनमें 10 रुपये सामान्य किराया है । इस किराये में आप शहर में कहीं भी घूम सकते हैं । लोग भी बहुत मिलनसार हैं ।
चित्रकारी भी इतनी सलीके से की गयी है कि आपका मन इसे बार-बार देखने का करेगा । Nadine Le Prince Cultural Center नामक हवेली, जो पहले देवड़ा हवेली के नाम से जाना जाता था, को फ्रांस की एक कलाकार Nadine Le ने सन् 1998 में खरीदा और इस कलाकारी को फिर से जीवंत कर दिया ।
Photo : Nadine Le Prince Cultural Center
इसके अलावा यहाँ देखने योग्य अन्य कई हवेलियाँ भी हैं जिनमें केड़िया हवेली, सराफ हवेली, सिंघानिया हवेली और द्वारकाधीश मंदिर प्रमुख है ।
यहाँ के नवाबों ने शहर के बीच में एक बावड़ी भी बनवाई थी जो कि दुनिया के 17वें अजूबे के तौर पर गीनी जाती है पर आजकल शहर वासियों ने इसको कूड़ादान बना डाला है । इसे कूड़े कूड़ाघर बनाने में क्षेत्रीय नेताओं का भी बराबर का योगदान रहा है, जिनसे जितनी बार इसकी सफाई की पहल की उन्होंने उतनी ही इसकी बेदखली की ।
Photo - Fatehpur Bawari
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फतेहपुर के शासकों ने लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाने के लिये जगह जगह बावड़ियां बनवाई, ये बावड़ियां आप शहर के आस पास के गाँवों और सड़क किनारे देख सकते हैं ।
फतेहपुर आप बस और रेल दोनों से पहुंच सकते हैं । यहाँ टेम्पो बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं, जिनमें 10 रुपये सामान्य किराया है । इस किराये में आप शहर में कहीं भी घूम सकते हैं । लोग भी बहुत मिलनसार हैं ।
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