एक सुबह,
जब दुनिया ने देखी,
पूर्व के कोने से उम्मीद की एक किरण,
वो भारत था,
महान भारत,
जिसने
जब दुनिया ने देखी,
पूर्व के कोने से उम्मीद की एक किरण,
वो भारत था,
महान भारत,
जिसने
आज तक लोगों को सिखाया था,
महान सभ्यताओं,
सिंधु घाटी - मोहनजोदड़ो के जरिये,
आज खुद सीख रहा था,
एक होना,
जनतांत्रिक होना,
स्वतंत्र होना,
खुली हवा में जीना,
महान सभ्यताओं,
सिंधु घाटी - मोहनजोदड़ो के जरिये,
आज खुद सीख रहा था,
एक होना,
जनतांत्रिक होना,
स्वतंत्र होना,
खुली हवा में जीना,
और
ये सब यूँ ही संभव नहीं था,
उसकी कीमत चुकाई थी,
वीरों ने अपने खून से,
तब जाकर मिली थी आज़ादी ,
हमें सहेजना है इसे,
ये सब यूँ ही संभव नहीं था,
उसकी कीमत चुकाई थी,
वीरों ने अपने खून से,
तब जाकर मिली थी आज़ादी ,
हमें सहेजना है इसे,
हर जुल्म के खिलाफ,
हर कीमत पर
हर कीमत पर
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